जानिए कैसी होती है ई-मेल के जरिए ट्रैकिंग
किसी को भी ईमेल भेजते समय या फिर कोई अनजाने ईमेल खोलते समय थोड़ा सावधान रहिए।
आजकल ईमेल ट्रैकिंग टूल बड़े आसानी से आपके लोकेशन और दूसरी जानकारी आपसे झटक सकते हैं और आपको पता भी नहीं चलेगा। कई ऐसे ईमेल ट्रैकिंग टूल बाज़ार में मिल रहे हैं और उनका काम सिर्फ एक है- ये पता करना कि एक बार ईमेल भेज दिया जाता है उसके बाद उसका क्या होता है।
कंपनियां जब अपने ग्राहकों को ईमेल भेजती हैं तो वो इसका इस्तेमाल कर सकती हैं। कई बार ऑफिस के अंदर भी ईमेल पर ऐसे ही नज़र रखी जाती है।
अगर आप क्रोम ब्राउज़र का इस्तेमाल करते हैं तो उसके भी कई एक्सटेंशन हैं जो भेजे गए ईमेल पर नजर रखते हैं। बनानाटैग जैसी कंपनी का यही काम है और मेल भेजते समय सिर्फ इसके 'ट्रैक ईमेल' फीचर को टिक करना होता है। अगर आप और खर्च करने को तैयार हैं तो और भी जानकारी आपको मिल सकती है।
कंपनियां जब अपने ग्राहकों को ईमेल भेजती हैं तो वो इसका इस्तेमाल कर सकती हैं। कई बार ऑफिस के अंदर भी ईमेल पर ऐसे ही नज़र रखी जाती है।
अगर आप क्रोम ब्राउज़र का इस्तेमाल करते हैं तो उसके भी कई एक्सटेंशन हैं जो भेजे गए ईमेल पर नजर रखते हैं। बनानाटैग जैसी कंपनी का यही काम है और मेल भेजते समय सिर्फ इसके 'ट्रैक ईमेल' फीचर को टिक करना होता है। अगर आप और खर्च करने को तैयार हैं तो और भी जानकारी आपको मिल सकती है।
ConversionConversion EmoticonEmoticon